16 Feb 2022
कमल /न्यूज़ नगरी
हिसार-सेक्टर 15 में रहने वाला धनखड़ परिवार बेटा-बेटी एक समान तथा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे को बुलंद करते हुए घर में दूसरी संतान भी बेटी के होने पर फूला नहीं समा रहा है। सेक्टर निवासी धर्मबीर धनखड़ के पुत्र अनिल धनखड़ की धर्मपत्नि चंचल ने दूसरी संतान के रूप में भी बेटी को जन्म दिया है। बड़ी बेटी 7 साल की तनिष्का है। अनिल धनखड़ अध्यापक है जबकि चंचल गृहिणी है। दो बेटियों के पिता अनिल धनखड़ ने इसे भगवान का तोहफा मानकर कुबूल किया है। बेटी के जन्म पर घर में खुशी का माहौल है। दो बेटियों के दादा धर्मबीर धनखड़ के अनुसार वे अपनी बेटी डॉ. मोनिका की तरह दोनों पौत्रियों को भी डाक्टर बनाएंगे। डॉ. मोनिका इस समय रोहतक मेडिकल कॉलेज में एमडी डॉक्टर हैं।
डॉ. मोनिका ने बताया कि पहली बेटी तनष्किा के जन्म पर भी परिवार ने इसी तरह खुशियां मनाई थी। बेटियां दो घरों का चिराग होती हैं। आज लड़कियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। धनखड़ परिवार का मानना है कि समाज में गिरते लिंगानुपात के कारण बेटियों का जन्म लेना अत्यंत आवश्यक है। बेटी हर घर का गहना है। इसी से समाज रोशन है। धनखड़ परिवार की ओर से ढोल-ढमाकों के साथ कुंआ पूजन की रस्म अदा की गई। रास्ते भर महिलाएं झूमती रही। कुंआ पूजन के बाद भोज का आयोजन किया गया। अनेक मित्रजनों व रिश्तेदारों ने भोज में भाग लिया। परिवारजनों ने आने वालों का पेड़े खिलाकर मुंह मीठा करवाया। इस अवसर पर डॉ. मंजीत कुंडू, हरपाल श्योराण, रमन धनखड़, डॉ. मोनिका धनखड़, ओम मिच्चू, सत्यबाला, सुदेश, कमला, राज, विद्या, पूजा, कोमल, वर्षा, रितु, सागर सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।