18 Feb 2025
न्यूज़ नगरी
रिपोर्टर -काजल
हिसार-सिरसा रोड़ स्थित उत्तरी क्षेत्र कृषि मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान (टीटीसी केंद्र) में आयोजित तीन दिवसीय कृषि दर्शन प्रर्दशनी के तीसरे दिन लोगों ने बढ-चढ़ के भाग लिया। टीटीसी के डायरेक्टर डॉ. मुकेश जैन ने बताया कि तीनों दिनों में अब तक लगभग एक लाख अड़तालिस हजार किसानों व आमजन ने ली जानकारी। इस मेले में लोगों ने मशीनरी, बीज, खाद, ट्रैक्टर, टूल्स, बागबानी, प्राकृतिक खेती, जैविक खेती, कृषि लोन, पशु आहार आदि किसानों से सम्बन्धित उपयोगी जानकारी ली। हरियाणा ही नहीं आस-पास के क्षेत्रों जैसे पंजाब, हिमाचल, जम्मु, राजस्थान, गुजरात, दिल्ली, यूपी आदि राज्यों से किसानो व आमजन ने मेले में शिरकत की। गांव ही नहीं शहर से भी लोगों ने मेले में भाग लिया। महिलाओं व बच्चों ने भी मेले में कृषि यंत्रों व नई नई तकनीकों की जानकारी ली।
स्कूल के बच्चों ने किया मेले का भ्रमण-
स्कूल के बच्चों ने मेले में कृषि में इस्तेमाल होने वाले यंत्रों के बारे में जाना और समझा। टीटीसी के सरकारी स्कूल, रॉयल स्कूल, खांड़ाखेड़ी से बच्चों ने मेले में नई तकनीकों की जानकारी ली। सरकारी स्कूल की विद्यार्थी कोमल ने बताया कि यहां कृषि से सम्बन्धित बहुत जानकारी मिली। काफी मशीने तो ऐसी थी जो हमने पहले कभी नहीं देखी। उनसे पूछा आपको सबसे ज्यादा क्या पसंद आया तो कहा कि मुझे मेले में ड्रोन और ट्रैक्टर की नई टैक्नोजी बहुत अच्छी लगी। सरकारी स्कूल से भी विद्याथिर्यों ने मेले में ज्ञान अर्जित किया। नई तकनीकों को देखा और समझा। एर्गीकल्चर में पढ़ाई कर रही राधिका ने बताया कि यहां रखी मशीनें और उनका दिखाने और बताने का तरीका बहुत अच्छा लगा। ड्रोन में हुआ नया अविष्कार बहुत पसंद हुआ।
महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर लिया भाग-
पंजाब से आई महिलाओं ने मेले का भ्रमण किया और कृषि में आ रहे आधुनिकीकरण के बारे में जाना। पंजाब के संगरूर से आई सिमरन ने बताया कि हमारी 5 एकड़ जमीन है उसके लिए हम मेले में आए है, यहां ट्रैक्टर, ड्रोन, बीज, खाद, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती और सोलर आदि की कई सारी कम्पनियां आई हुई है। हमें यहां आना बहुत अच्छा लगा और हमने खेती से सम्बन्धित बहुत सी जानकारी ली।
पैरों में पोलियो फिर भी होसला है बुलंद-
हिसार के प्रवीण जोकि हिसार से है और उसके पैरों में पोलियो था फिर भी वह मेले को देखने आया और वहां आकर बहुत ही खुश हुआ। नई नई तकनीकों से वाकिफ हुआ। उसने बताया कि मैं इस मेले में पहली बार आया हूँ और इस मेले में मुझे खाद, मशीने और सबसे ज्यादा ड्रोन पसंद आया। उसने कहा कि नई नई तकनीकों की हमारे किसानों को बहुत जरूरत है किसानों को अपडेट होते रहना चाहिए। यहां से बहुत से लोग नई जानकारी लेकर जाऐगें और अपनी पैदावार को बढ़ायेगें।
टीटीसी के निदेशक ने किया स्टाल वालों को सम्मानित-
कृषि प्रदर्शनी में आए अलग-अलग कम्पनियों को टीटीसी के निदेशक डॉ मुकेश जैन के द्वारा सम्मानित किया। उनसे बातचीत करके उनकी मशीनरी व तकनीकों के बारे में जानकारी ली।
इस बार कृषि प्रर्दशनी में ये रहा खास-
माननीय मुख्य मंत्री द्वारा उद्घाटन।
कृषि मंत्री द्वारा प्रगतिशील किसानों को सम्मानित व लक्की ड्रा द्वारा निकला रोटावेटर।
बैटरी से चलने वाला ट्रैक्टर।
स्टलाईट के जरिए चलने वाला लैंड लेवलर।
40 फीट की चौड़ाई वाला स्प्रैयर।
ऑर्गेनिक पशु आहार।
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए बांटे 2500 सैम्पल।
फसलों की बुआई करने के लिए आटो स्टेरिंग सिसटम।
लगभग आठ फूट ऊंचा माईनिंग का काम करने वाला टायर।
मानव शरीर ही नहीं लड़ाकू विमान के पैच बनाने वाली कम्पनी।
लगभग 500 लोगों को फ्री में पैरों की थैरेपी।
ट्रैक्टर कम्पनियों द्वारा अपने नए मॉडलों की लॉचिंग।
सौलर सिस्टम की नई जानकारियां।
मोटर साईकिल पर भी जा सकने वाला ड्रोन।
कुल्फी खिला किया ठण्डा।
खेत में लगे सौलर का कई तरह से इस्तेमाल-
कृषि प्रदर्शनी में आई सौलर की कम्पनी ने किसानों को सौलर में आई नई तकनीक के बारे में अवगत करवाया। पम्प पर लगे सौलर का इस्तेमाल केवल पम्प पर ही हो पाता था अब वह इस पर एक यूनिवर्सल कंट्रोलर ले आए है जिसके जरिए पम्प के इस्तेमाल न होने पर वह उस बिजली को अपने घर में भी इस्तेमाल कर सकेगा। एक समय एक ही चीज को चला सकेगा। साल में 140 दिन ऐसे होते है जब ट्यूवैल चलाने की जरूरत नहीं होती उस समय इस कंट्रोलर के जरिये उस बिजली का सदुपयोग कर सकेगा।
किसान मेले में इस बार देश व विदेश से लगभग 300 कम्पनियों ने भाग लेकर अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि मेले में किसानों को सोलर ऊर्जा के फायदे और मिलने वाली सब्सिडी, पराली से होने वाली आय व पर्यावरण संरक्षण, खारे पानी से पैदावार, मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ाने की जानकारी, खेती समस्याओं की जानकारी व उनके समाधान, विशेष छूट व सब्सिडी का प्रावधान, कृषि सम्बंधित लोन की सुविधा, खेती मशीनरी की जानकारी, उन्नत बीज, कीटनाशक व उवर्रक की जानकारी, आधुनिक व नई तकनीक वाले कृषि यंत्रों की जानकारी के अलावा इरीगेशन, ग्रीन हाऊस, पम्प व पाईप तकनीक की जानकारी भी उपलब्ध करवाई गई। किसान कैसे कम लागत में कम भूमि पर अधिक पैदावार करें, इस बारे में नई तकनीकों से रूबरू करवाया गया। आने वाले किसानों ही नहीं आमजन ने प्रदर्शनी में पूरी रूचि ली। निदेशक डॉ मुकेश जैन ने कहा कि कृषि प्रदर्शनी के जरिये किसानों के लिए आधुनिक व नई तकनीकें लाना कृषि दर्शन किसान मेले का मुख्य उद्देश्य था, जोकि सफल रहा।
https://www.newsnagri.in/2025/02/Civic-elections-Observer-IAS-Prabhjot-reached-Hisar.html