16 July 2022
न्यूज़ नगरी
हिसार (ब्यूरो)- सेल्फ डिफेंस कोच रोहताश ने कहा कि छात्राएं किसी भी परिस्थिति में अपने आप को कमजोर न समझें। वे धैर्य रखते हुए साहस से काम लें और अपने पास उपलब्ध मोबाइल फोन, पेन, चाबी, दुपट्टा आदि जैसी चीजों को हथियार की तरह इस्तेमाल करें। शरीर के अंग हाथ-पैर, नाखून, दांत, सिर का भी हथियार तरह अपने बचाव में इस्तेमाल किया जा सकता है। कोच रोहताश एक प्रशिक्षण शिविर में छात्राओं को सेल्फ डिफेंस के गुर सिखा रहे थे। एक निजी संस्थान में आयोजित इस प्रशिक्षण शिविर में सैंकड़ों की संख्या में छात्राओं ने आत्म रक्षा के बारे में बारिकी से जानकारी ली। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित पंजाब से सानिया गुडविन ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि सेल्फ डिफेंस कैंप में दी गईं जानकारियों का बालिकाएं निरंतर अभ्यास करें और दूसरों को भी इसकी जानकारी दें। उन्होंने कहा कि वे यह मानती है कि लड़की चाहे घर मे रहे या बाहर निकले उसके साथ एक असुरक्षा का माहौल रहता है कि खासकर उस वक्त जब सड़को पर भीड़ कम हो जाती है। इसलिए हर एक लड़की को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग लेनी बहुत जरूरी है। शिविर के दौरान छात्राओं को न सिर्फ लड़ने और फिट रहने की ट्रेनिंग दी गई बल्कि उन्हें मानसिक रूप से कैसे मजबूत बनना है उसके लिए भी खास बातें बताई गई। इस कैम्प में इन छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए अजय कुमार कोऑर्डिनेटर भी पहुंचे और इन छात्राओं को आत्म सुरक्षा का महत्व समझाया। इस मौके पर मेगा किड्स केयर स्कूल के प्रिंसिपल मनोज चाहार सहित अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद थे।