योग न केवल मनुष्यों के लिए गुणकारी है बल्की फसलों के लिए भी हो सकता है वरदान साबित


 20-Feb 2024 

न्यूज़ नगरी 

हिसार-(ब्यूरो )-भारतीय संस्कृति की प्रचीनतम विधा योग जिसका अनुसंधान हमारे ऋषि मुनियों ने किया था इसके शरीर पर किस प्रकार से लाभकारी प्रभाव देखने को मिलते हैं आज ये पूरा विश्व जनता है लेकिन क्या योग का प्रभाव फसलों पर भी होता है ये सवाल कुछ अटपटा जरूर लग सकता है लेकिन हिसार के सिरसा रोड स्तिथ टीटीसी में आयोजित कृषि द्दर्शन प्रदर्शनी में लगी एक स्टाल पर यही रोचक जानकारी देखने को मिली। यदि किसान अपनी फसलों के आगे सहज योग का अभ्यास करते है तो इस योग से निकलने वाली आलौकिक विकिरणों का प्रभाव फसलों पर भी नजर आता है। हिसार के सिरसा रोड स्तिथ टीटीसी में आयोजित कृषि द्दर्शन प्रदर्शनी में लगी स्टालों पर किसानों की भारी भीड़ देखने को मिली। किसान मेले में न केवल हरियाणा बल्की आस पास के प्रदेशों से भी किसान पहुंचते हैं। इस बार किसान मेले में लगी सहज योग की स्टाल सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रही। इस स्टाल पर सहज योग के प्रभाव को दर्शाया गया। सहज योग एक ऐसी विधा है जिसका प्रभाव मानव शरीर पर कुछ इस प्रकार से नजर आता है कि मनुष्य तमाम असाध्य बीमारियों से निजात तो पाता ही है इसके साथ ही उसके मुख मंडल पर अलग ही आभा देखने को मिलती है। इसी प्रकार से यदि किसान भाई इस योग को अपनी फसलों के बीच करते हैं तो इससे उन्हें दोहरा लाभ मिल सकता है। एक तो उनका स्वास्थ्य बेहतर होगा दूसरा इसका प्रभाव फसलों पर भी देखने को मिल रहा है। योग के प्रभाव स्वरूप फसलों का विकास तेजी से होता है और वे बीमारियों से भी बची रहता है। इस प्रक्रिया को अपना कर किसान भरपूर फसल ले सकते हैं।


हिसार के टीटीसी कृषि द्दर्शन प्रदर्शनी में सहज दर्शन प्रचार प्रसार समिति के द्वारा  किसानों को योग करके अपनी फसलों को कैसे निरोग किया जा सकता है इस बारे में जानकारी दी। मेले में सहज योग की जानकारी लेने के लिए किसानो में अच्छा उत्साह देखने को मिला है। दूर दूर से आये किसानो ने सहज योग के बारे में जानकारी हासिल की और सहज योग करके अपनी कुंडली को जागरित कर यह महसूस किया की इस योग को करने से  हमारे शरीर की सभी बीमारियों से  शरीर को रोग मुक्त कर सकते है।  साथ साथ सहज योग करने से किसान भाई  अपनी फसलों को भी रोग मुक्त रख कर अपनी आमदनी को  दुगनी  कर सकता है। आइये जानते है की सहज योग करके किस तरह किसान अपने आप को और अपनी फसलों को कैसे रोगमुक्त रख सकता है।  फसल की विफलता, खाद्य गुणवत्ता में गिरावट और पर्यावारण गिरावट सहित देश भर में किसानों के सामने मौजूद चनौतियों के आलोक में आशा और नवाचार की किरण बनकर उबरा है। सहज दर्शन प्रचार प्रसार समिति के द्वारा चलाये जा रहे योग दिवस में किसानों को योग करके अपनी फसलों को कैसे निरोग किया जा सकता है इस बारे में जानकारी दी और कैसे यह सब किया जा सकता है किसानों को दस मिनट करके सिखाया। इसका प्रयोग हरियाणा ही नहीं राजस्थान, पंजाब, यूपी व महाराष्ट्र के किसान कर रहे है और उन्हें लाभ मिल रहा है।

https://www.newsnagri.in/2024/02/Agricultural-fair-concludes-about-eighty-eight-thousand-farmers-took-information.html

किसान तरुण चौधरी ने बताया कि वह ग्रेटर नोएडा दादरी से है जब मुझे सहज योग के बारे में पता चला और जब मैं सहज योग को किया तो मुझे काफी लाभ हुआ और मैं अपने गांव के अंदर खेती करता हूं मैंने इसके बारे में सुना था कि सहज योग करके किस तरह से खेती की जा सकती है तो जहां पर मैं खेती करता था उसमें हमने कोई भी पेस्टी साइड फर्टिलाइजर उसे नहीं किया वहां पर हमने ध्यान किया और उन बीजों को चैतानित करके उगाया हमने जैसे खेत में लौकी की सब्जियां लगाई हुई थी पहले हम घर पर खाने के लिए लगा लेते थे फिर हमने ज्यादा लगा दी तो सहज योग करने से हमने उसे फसल में अद्भुत परिणाम देखने को मिले इसका साइज 55 किलो की जो भारतीय गोल्ड लौकी होती है 5 किलो किलो की लगने लगी हमने उसके अंदर कुछ भी नहीं लगाया था सिर्फ शहर जिओ के द्वारा ध्यान के माध्यम से ही यह सब कुछ हुआ उन्होंने बताया कि चैतन्य लहरियो का जब हमें आभास होता है इसी से ही जो यह एनर्जी है प्रकृति है हमारा काम था बीज डालने का हमने वह डाल दिया और सब परमात्मा का काम था डिवाइन तरीके से सब अच्छे से कार्य हुए उन्होंने बताया कि किसान भाई क्या काम करते हैं अपनी फसलों में पेस्टीसाइड और तरह-तरह की दवाइयां डालते रहते हैं और फिर भी फसल अच्छी नहीं हो पाती और लागत भी ज्यादा आती है और उत्पादन भी बहुत कम हो रहा है तो मैं तो यही कहूंगा कि सभी किसान भाई एक बार शहर से जुड़े और सहज योगा करके योग को जाने और योग को जानने के बाद जो भी हम कार्य करते हैं चाहे वह कृषि हो चाहे पशुपालक का कार्य हो तो उसे सहेज के तरीके से ही वह कार्य करें और यह सब कृषि अनुसंधान में प्रमाणित भी है और जितने भी किसान भाई सहज के तरीके से खेती कर रहे हैं उनको अवधूत परिणाम देखने को मिला है।

                                                           तरुण चौधरी ,किसान ,ग्रेटर नोएडा दादरी

संजय कुमार ने बताया कि हम पिछले 30 साल से हम सहज योग को कर रहे हैं सहज योग श्री माताजी ने हमें बताया है कि हमारे अंदर एक डिवाइन पावर होती है जब हम मेडिटेशन करते हैं तो हमारे अंदर की शक्ति जागृत होती है तो हमारे हाथों से चैतन्य बहता है उन चैतन्य लहर रिया के माध्यम से जब किसान भाई खेती में उसे करते हैं तो जो किसान भाई सहज योग को कर रहे हैं तो उनको खेती में काफी लाभ मिला है सहज योग करने से किस को अच्छे पैदावार हुई और फसल की क्वालिटी भी अच्छी हुई इसी उपलक्ष्य को लेकर के हमने इस मेले के अंदर सहज योग को लेकर यहां आए हैं और किसानों को इस योग के लिए जागरुक कर रहे हैं ताकि किसान अपनी फसलों में काफी मुनाफा कमा सके।


संजय कुमार कार्यकर्त्ता सहज योग समिति

संदीप कुमार गौतम ने बताया कि मैं रूटीन की तरह यहां किसान मेला देखने के लिए आया था ना तो मैं इनको जानता ना इस सहज योग के बारे में जानता हूं ना मैंने कभी सहज योग सुना यहां आने के बाद जैसे ही मैं मेडिटेशन करते हुए यहां कुछ किसानों को दिखा मैं देखने के लिए यहां उनके पास अंदर आ गया इन्होंने बताया कि एक बार आप इसको महसूस करके देखिए तो आपको अच्छा लगेगा तो जब मैं यहां पर मेडिटेशन के द्वारा इस सहज योग को किया तो मुझे बहुत अच्छा लगा और यह बहुत बढ़िया काम कर रहे हैं और हमारे जो शोध है उसके अंदर जो मनुष्य 70% दिमाग की तौर से परेशान है इस योग के माध्यम से वह भी टेंशन मुक्त हो जाता है अगर हम मेडिटेशन करेंगे तो हम अपने दिमाग को कंट्रोल कर पाएंगे और हमारी जो पॉजिटिव वेव है यह बहुत जरूरी है जैसा कहेंगे यह वैसा होगा मां जैसे हमारे विचार होंगे निश्चित रूप से हम पॉजिटिव वेव होगा हमें उसका फायदा मिलेगा और ना उसका नुकसान होगा सभी लोगों को सहज योग अपनाना चाहिए कि मैं आज से इस सहज योग को भी अपने जा रहा हूं मुझे बहुत अच्छा लगा।

                                                              संदीप कुमार गौतम  हिसार

मधु गुप्ता ने बताया कि सहज योग करने से मनुष्य के अंदर शारीरिक मानसिक आध्यात्मिक हर आया में फायदा होता है हम लोग किसी भी आध्यात्मिक में ध्यान करते हैं तो हम लोगों के अंदर ऑटोमेटिक संतुलन आ जाता है जिससे हमारे अंदर कोई बीमारी नहीं आती हमारे अंदर पीड़ा पिंगला तीन नाड़िाया होती है नाड़ियो  के संतुलन से हम ऑटोमेटिक स्वस्थ हो जाते हैं तो इस मेले के अंदर किसानों का बहुत अच्छा रुझान है काफी लोग यहां पर सहयोग करने के लिए आ रहे हैं और जो टेक्नोलॉजी से रिलेटेड भी यहां पर जो तले लगी हुई है वहां पर भी किसानों को अच्छा लाभ हो रहा है लड़की ने अपनी कुंडली शक्ति को जागृत किया और अच्छा महसूस किया।

https://www.newsnagri.in/2024/02/Rituraj-Singh-and-Shahrukh-Khan-were-best-friends-on-one-hand-Shahrukh-Khan-became-a-Bollywood-superstar-and-on-the-other-hand-Rituraj-Singh-became-a-wellknown-personality-of-television.html



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