22 Nov 2024
न्यूज़ नगरी
हिसार(ब्यूरो)-प्रदेश की युवा शक्ति को बेहतर दिशा देने के लिए सहकारिता विभाग युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अहम रणनीति बना रहा है।
यह जानकारी देते हुए सहकारी समितियां सहायक रजिस्ट्रार सत्यवान ने बताया कि सहकारिता को अपनाकर आत्मनिर्भर बनने की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि युवा शक्ति का बेहतर इस्तेमाल करने और उन्हें सकारात्मक दिशा देने के लिए सहकारिता विभाग द्वारा सोसायटी बनाकर युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की रणनीति बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि 25 दिसंबर 2023 को राज्य स्तरीय सुशासन दिवस पर पंचकूला में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बेरोजगार युवक/युवतियों को रोजगार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से व्यापक बहुउद्देश्यीय गतिविधियां सहकारी समिति (सीएम-पीएसीएस) के मॉडल बाई-लॉज लांच किये गये थे। इसके अतिरिक्त आगामी 15 नवंबर 2024 को सहकारिता दिवस के उपलक्ष्य पर सहकारिता मंत्री अरविंद शर्मा द्वारा भी सीएम-पीएसीएस के संबंध में लोगों को अधिकाधिक जागरूक कर समितियों में ज्यादा से ज्यादा पंजीकृत करने बारे निर्देश दिए गए हैं।
बेरोजगार युवक/युवतियां समिति पंजीकृत करवाकर विभिन्न प्रकार के स्वरोजगार स्थापित कर सकते हैं :
1. प्रचार एवं विकास कार्य करना बैकवर्ड लिंकेज जैसे प्रदर्शन भूखंड, सिंचाई सुविधाएं, खाद उर्वरक, उन्नत बीज, बीज उत्पादन, कस्टम हायरिंग सेंटर, फार्म मशीनरी, उपकरण, कीटनाशक अन्य इनपुट आदि ।
2. उत्पाद व उनके उत्पादों जैसे खेत की फसलें, फल व अन्य के लिये संग्रह, ग्रेडिंग, सफाई, पैकेजिंग, ब्रांडिंग और विपणन, भण्डारण, प्रसंस्करण, मूल्य, श्रृंखला (परिवहन, रसद, प्रशीतित वैन आदि) जैसे आगे के लिंकेज सब्जियां, फूलों की खेती, मिट्टी के बर्तन बनाना, डेयरी गतिविधियां, मछली पालन, झींगा पालन, मुर्गी पालन और कोई अन्य भूमि, समुद्र आधारित कृषि संबंधी गतिविधियों और उनका प्रसंस्करण तकनीकी माध्यम से सदस्यों को वित्तीय सहायता के लिए।
3. सेवा या व्यवसाय संचालन में संलग्न होने के लिये (जैसे बुनियादी ढांचे का विकास खाद्यान्न की खरीद, उचित मूल्य की दुकान, भोजन जूस आदि परोसने वाले रेस्तरां/दुकान या कोई सरकारी योजना, डीलरशिप, एजेंसी, वितरक या एलपीजी, पेट्रोल की आपूर्ति डीजल, हरित ऊर्जा, बीमा अटल सेवा केन्द्र, खेत के प्रयोजन के लिये उपभोग्य वस्तुएं, पशु घरेलू और टिकाउ वस्तुएं, कृषि मशीनरी, कौशल सुधार के लिये सदस्यों का प्रशिक्षण) जो समाज या उसके सदस्यों की सुविधा और आय को बढ़ा सकते हैं।
3. लाभार्थियों को विभिन्न योजनाएं प्रदान करने के लिए सरकारी योजनाओं में भाग लेना।
4. परिवहन क्षेत्र में ऑनलाइन/डिजिटल सेवाओं की सुविधा के लिये एक सामान्य सेवा केन्द्र के रूप में कार्य करना ।
5. जन औषधि केंद्र खोलना।
6. नवीनतम तकनीकों या विस्तार का प्रदर्शन, प्रचार और विकास करना समाज के उद्देश्यों और सेवाओं से संबंधित गतिविधियां ।
7. अपने सदस्यों के लिये सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के क्रियान्वयन के लिये एक एजेंसी के रूप में कार्य और सूक्ष्म बीमा प्रदान करना ।
8. भूमि भवन, गोदाम, प्रसंस्करण इकाइयों और ऐसी अन्य आवश्यक संपत्तियों को खरीदना, प्राप्त करना या किराये के आधार पर लेना।
9. बिजली, पानी, टेलीफोन आदि के बिल इकट्ठा करने का कार्य आदि करना।
उन्होंने बताया कि उक्त समितियों के पंजीकरण हेतु इच्छुक व्यक्ति किसी भी कार्यदिवस को लघु सचिवालय परिसर की द्वितीय मंजिल पर स्थित सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समितियां कार्यालय के कमरा नंबर 234-237 तथा हांसी लघु सचिवालय परिसर स्थित सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समितियां कार्यालय के कमरा नंबर-10 से संपर्क स्थापित कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं