02 Jan 2025
न्यूज़ नगरी
हिसार(ब्यूरो)-उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि जिले में चिन्हित अपराध के तहत आने वाले मामलों की जांच पुलिस विभाग पूरी गहनता से कर रिपोर्ट तैयार करें। उन्होंने कहा कि चिन्हित अपराध के मामलों में कोर्ट में ठोस तरीके से पैरवी करें। इससे पहले मामले को संज्ञान में आने पर इसकी अच्छी तरह जांच कर रिपोर्ट बनाएं।
उपायुक्त अनीश यादव वीरवार को लघु सचिवालय परिसर स्थित वीडियो कान्फ्रेंस सभागार में चिन्हित अपराध की मासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे। बैठक में उपायुक्त को अवगत करवाया गया कि चिन्हित अपराध के तहत दर्ज 220 मुकदमों में से 55 मुकदमों का निर्णय आ चुका है, जिनमें से 32 में दोषियों को सजा हो चुकी है। चिन्हित अपराध के 155 मुकदमें अंडर ट्रायल स्टेज पर तथा 10 मुकदमें अंडर इन्वेस्टिगेशन हैं। इसी प्रकार एनडीपीएस के तहत दर्ज 109 मुकदमों में से 11 पर निर्णय आ चुका है।
उन्होंने कहा कि एनडीपीएस कमर्शियल, पॉक्सो एक्ट, रेप, मर्डर मामले सभी चिह्नित अपराध के तहत आते हैं। ऐसे मामलों में गहनता से जांच कर केस अदालत में पेश किया जाए और न्यायवादी सुनिश्चित करे कि किसी भी मामले में दो महीने से ज्यादा की तारीख न मिले। उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि कोई भी अपराधी कोर्ट में ठोस पैरवी न होने की वजह से बचकर नहीं निकलना चाहिए। कोर्ट में पेशी से पूर्व साक्ष्यों और तथ्यों की मजबूती सुनिश्चित की जाए।
हिसार पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने बताया कि जिला स्तर पर जांच अधिकारियों का 40-40 के बैच में प्रशिक्षण निरतंर रूप से करवाया जा रहा है ताकि साक्ष्य एकत्रित करने के कार्य व मुकदमें में किसी प्रकार की कोई कमी न रह जाए ताकि पीडि़त को समय रहते न्याय मिल सके।
बैठक में हांसी पुलिस अधीक्षक हेमेंद्र कुमार मीणा, बरवाला एसडीएम डॉ वेदप्रकाश बेनीवाल, नारनौंद एसडीएम मोहित महराणा, पुलिस विभाग व संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।