ताजा सब्जियों के साथ बागवानी का भी शौक पूरा करती है किचन गार्डनिंग


 5 फरवरी 

न्यूज़ नगरी ब्यूरो -चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के इंदिरा चक्रवर्तीगृह विज्ञान महाविद्यालय के परिवारिक संसाधन प्रबंधन विभाग द्वारा एक ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में किचन गार्डनिंग के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए जानकारी दी गई। गोष्ठी की संयोजक डॉ. प्रोमिला कृष्णा चहल ने बताया कि इस तरह की गोष्ठियों व प्रशिक्षणों का आयोजन कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज के दिशा-निर्देश व मार्गदर्शन में किया जा रहा है। गोष्ठी में एचएयू के सब्जी वैज्ञानिक डॉ. अवतार सिंह ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि किचन गार्डनिंग अपनाकर साल भर ताजा सब्जियां प्राप्त की जा सकती हैं और साथ ही बागवानी का शौक रखने वालों के लिए भी यह एक बेहतरीन विकल्प है। शहर में किचन गार्डन का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। क्योंकि किचन गार्डन में आप अपने मनपसंद सब्जियां और फल पैदा कर सकते हैं। इस दौरान किचन गार्डनिंग तैयार करते समय बरती जाने वाली सावधानियां और उसमें उगाई जानी वाली सब्जियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। प्रतिभागियों को बताया कि वे किस प्रकार से सीमित स्थान का प्रयोग करते हुए हम ढेर सारी सब्जियां और फल उगा सकते हैं।

सालभर मिलती हैं ताजा सब्जियां:-

विभागाध्यक्ष डॉ. मंजू मेहता ने गोष्ठी का संचालन किया। उन्होंने किचन गार्डन के फायदे बताते हुए कहा कि परिवार की सेहत के लिए किचन गार्डन बहुत उपयोगी है जिससे सालभर भरपूर मात्रा में पौष्टिक तत्वों वाली ताजी सब्जियां खाने को मिलती हैं। घर में वेस्ट हो रहे पानी का उपयोग भी पौधों की सिंचाई के लिए किया जा सकता है। किचन गार्डन में होने वाली सब्जियां बाजार की तुलना से काफी सस्ती और अच्छी गुणवत्ता वाली होती हैं। इसके माध्यम से शारीरिक व्यायाम भी होता है जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। उन्होंनेपूर्व और पश्चिम दिशा में ही सब्जियां और फल उगाने की सलाह दी ताकि पौधों को उचित मात्रा में धूप मिल सके। गोष्ठी के दौरान महिलाओं द्वारा किचन गार्डनिंग संबंधी पूछे गए हर सवाल का जवाब दिया गया।

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