टीटीसी में कृषि दर्शन किसान मेला शुरू,किसान ही नहीं आमजन ने भी ली नई तकनीक की जानकारी

 


14 March 2022 

न्यूज़ नगरी 

हिसार(कमल)- सिरसा रोड़ स्थित उत्तरी क्षेत्र कृषि मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान (टीटीसी केंद्र) में आयोजित तीन दिवसीय दसवें कृषि दर्शन किसान मेले का शुभारंभ प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण पशुपालन एवं डेयरी मछली पालन तथा कानून मंत्री जे पी दलाल ने किया तथा उनके साथ प्रो बी आर कम्बोज कुलपति विशिष्ठ अतिथि, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, जोगी राम सिहाग विधायक हरियाणा सरकार, उत्तरी क्षेत्र कृषि मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान हिसार के निदेशक डॉ. मुकेश जैन, के. के. नागले टी.टी.सी, आसाम के निदेशक व अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।

-मेले में आए भारी संख्या में आस-पास के किसान-

मेले में भारी संख्या में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, यूपी, हिमाचल, राजस्थान व आसपास के प्रदेशों से आए किसानों व आम लोगों ने कृषि प्रदर्शनी में शिरकत की। मेले में आए हुए किसानों ने आधुनिक व नई तकनीकों व मशीनरियों के बारे जानकारियां प्राप्त की। मेले का शुभारंभ होने पर जे पी दलाल, प्रो बी आर कम्बोज, सुभाष बराला व निदेशक डॉ. मुकेश जैन ने आए हुए गणमान्य लोगों के साथ प्रदर्शनी का अवलोकन किया। सभी अतिथि प्रदर्शनी देखकर अत्यंत प्रभावित हुए। उन्होंने आए हुए सभी लोगों को दिल से धन्यवाद दिया तथा कहा कि हर वर्ष की तरह आगे भी इसी प्रकार किसानों किसान मेले के जरिए नई तकनीकों से अवगत करवाते रहेगें। पिछले वर्ष आयोजित किसान मेले में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मु, असम, तमिलनाडू, केरल, गुजरात, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्यप्रदेश से भी किसान आए थे।

-मेले में सांस्कृति कार्याक्रम का भी आयोजन-

कृषि एवं किसान कल्याण पशुपालन एवं डेयरी मछली पालन तथा कानून मंत्री जे पी दलाल ने किया तथा उनके साथ प्रो बी आर कम्बोज कुलपति विशिष्ठ अतिथि, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, उत्तरी क्षेत्र कृषि मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान हिसार के निदेशक डॉ. मुकेश जैन ने मिलकर सरस्वती माता के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया और मेले की शुरूआत की। सर्वप्रथम माँ सरस्वती की वन्दना की गई। टीटीसी के निदेशक डॉ. मुकेश जैन द्वारा पुष्प कुंज से स्वागत किया गया। टी टी सी के डायरेक्ट मुकेश जैन ने आए हुए गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और धन्यवाद किया कि अपने कीमती समय में से कुछ समय हमारी संस्था के लिए निकाला और कहा कि भविष्य में भी इसी प्रकार किसानों के फायदे के लिए इसी तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करते रहेंगें। उन्होनें आए हुए किसानों का भी धन्यवाद किया।

एचएयू के कुलपति प्रो बी आर कम्बोज ने कहा कि एचएयू के वैज्ञानिकों द्वारा ऐसी किस्मों का अविष्कार किया जा रहा जिससे कम समय में ही रिजल्ट मिलने लगेंगे। उन्होनें बताया कि गन्ने की ऐसी किस्मों को विकसित किया जा रहा जिसमें एक गांठ से 50000 पौधे तैयार किये जा सकते है। इसी प्रकार अपने सम्बोधन में बताया कि 15 मार्च से एचएयू द्वारा भी किसान मेले का आयोजन किया जा रहा है जहाँ किसानो को खाद, बीज आदि के बारे में अवगत करवाया जायेगा।

कृषि मंत्री जेपी दलाल ने मेले आए हुए सभी गणमान्य लोगो व किसानो का स्वागत किया तथा कहा कि किसान ही वह शख्स है जिसने करोना काल में सभी का पेट भरा और भरपूर पैदावार की। किसानों को उन्होने दिल से धन्यवाद दिया और कहा कि हमारी सरकार किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए कई अन्य प्रकार की तकनीको को विकसित कर रही है जिससे उन्हें भविष्य में काफी फायदा मिलेगा। मेले आये हुए सभी किसान व आमजन के मनोरंजन के लिए रागनी, देश भक्ति गीत आदि का भी आयोजन किया गया। रागनी व गीतो के माध्यम से हरियाणा के इतिहास के बारे में बताया गया। लोगों ने कार्यक्रम का जमकर लुफ्त उठाया और भाव विभोर हो गये।



-ड्रोन पर रहा फोक्स-
पहले दिन मेले में ड्रोन छाया रहा। किसानों व आमजन ने मिलकर जानकारी ली। सरकारी संस्थान इफको के साथ नाओ गो ग्रीन नाम से कम्पनी ने मिलकर किसान विमान के नाम से ड्रोन से लोगो को रूबरू करवाया। डॉ. शंकर गोयंका ने बतया कि इस ड्रोन की खास बात यह है कि यह दस किलो तक वजन उठा सकता है। बेटरी का उपयोग किया गया है जिसे चार्ज करने में 20 से 22 मिनट का समय लगता है। एक बार चार्ज होने पर 15 मिनट तक काम कर सकता है। एक एकड़ को पूरा करने में 5 से 7 मिनट का समय लेता है। कम्पनी के मुताबिक 400 मीटर की ऊचाई तक उड़ सकता है। लेकिन स्कयोरिटी को मद्देनजर रखते हुए कम्पनी 30 मीटर की ऊचाई तक उड़ाने के लिए कहती है। इसमे सभी प्रकार के सक्योरिटी फीचर है कैमरा लगा हुआ है रिमोट से कंट्रोल होता है। 500 मीटर तक छिडक़ाव कर सकता है। एक महीने में 600 एकड़ जमीन पर काम कर सकता है। किसानों के लिए सब्सिडी 40 प्रतिशत तक सरकार द्वारा दी जा रही है। यह अधिकतम 15 की स्पीड तक उड़ सकता है। बेस मॉडल की कीमत 4.5 लाख है।
मेले में मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ाने की जानकारी, खेती समस्याओं की जानकारी व उनके समाधान, कृषि सम्बंधित लोन की सुविधा, खेती मशीनरी की जानकारी, उन्नत बीज, कीटनाशक व उवर्रक की जानकारी, आधुनिक व नई तकनीक वाले कृषि यंत्रों की जानकारी के अलावा इरीगेशन, ग्रीन हाऊस, पम्प व पाईप की जानकारी भी उपलब्ध कराई गई। किसान कैसे कम लागत में कम भूमि पर अधिक पैदावार करें, इस बारे में उसे नई तकनीकों से रूबरू करवाया गया।
कृषि प्रदर्शनी में कई कम्पनियों ने किसानों के लिए उनकी जरूरत के अनुसार अनुभवी लोगों द्वारा प्रशिक्षण की भी सुविधा उपलब्ध करवाई। मेले में बैंकों ने किसानों के लिए मशीनरी लोन, क्रडिट कार्ड तरह की कई स्कीमों के बारे में किसानों को अवगत कराया। मेले में इस बार बागवानी विभाग ने भी सहयोग दिया। संस्थान के निदेशक ने बताया कि कृषि प्रदर्शनी के जरिये किसान ही नहीं आमजन के लिए आधुनिक व नई तकनीकें  लाना कृषि दर्शन किसान मेले का मुख्य उद्देश्य है।  



Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad