न्यूज़ नगरी
06 March 2022
हिसार-(कमल) हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के गवर्नमैंट स्कूल परिसर में स्कूल की छात्राओं के लिए एक दिवसीय नि:शुल्क सेल्फ डिफेंस शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 80 से अधिक छात्राओं ने भाग लिया। इन लड़कियों को साउथ कोरिया ब्लैक बेल्ट एवं इंडियन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में शामिल कोच रोहतास कुमार ने सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी। उन्होंने लड़कियों को स्वयं की रक्षा में आत्म निर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। कैंप के आयोजन में निशा गुप्ता, सोनू बिसरवाल व जगदीप राणा का भी योगदान रहा।
सेल्फ डिफेंस कोच रोहताश ने छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की विभिन्न तकनीकों की जानकारी देते हुए आंख पर वार करना, घुटना व टखना तोडऩा, छाती डैमेज करना, घायल करना, सिर पर चोट पहुंचाना, कमर पर वार करना, किक मारना, दुपट्टे से अपनी सुरक्षा करना तथा लाठी से वार करने की कला सिखाई। उन्होंने कहा कि कोई भी अप्रिय घटना पहले सूचना देकर नहीं आती इसलिए हमें हर समय हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए इसमें सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग अहम भूमिका निभाती है। उन्होंने विभिन्न तकनीकों के बारे में बताया जिसमें फ्रंट किक जिसमें एक पैर को मोडक़र झटके से सामने वाले पर वार किया जाता है जो उसके पेट, छाती, कमर आदि पर किक मारी जाती है। हाई किक ऊंची किक होती है इससे प्रतिद्वंद्वी के चेहरे या ठोढ़ी पर वार किया जाता है। उन्होंने बताया कि यदि कोई आपका गला या गिरेबान सामने से पकड़ तो अपने हाथ को उसकी कुहनी के जोड़ या कलाई पर मारकर या दोनों बांधकर दुश्मन के हाथों के बीच ऊपर उठाते हुए उसकी नाक पर मारकर स्वयं को छुड़ा सकते हैं। यदि सामने वाला चाकू का वार करता है तो थोड़ा एक तरफ झुककर जिससे पेट चाकू की पहुंच से दूर हो इस स्थिति में खुद को बचाकर तुरंत सामने वाले पर वार करना चाहिए। साईक किक में यदि कोई सामने से लाठी से या तेज धार से आपके सर पर वार करता है तो अपने हाथों से अपने सिर क्रोस करें तो उसका प्रहार रुक जाएगा इसके बाद तुरंत उसके पेट पर या फेस पर साईड किक से वार करना चाहिए।
ब्लैक बेल्ट कोच रोहतास कुमार ने बताया कि वे विभिन्न स्कूल कॉलेजों में लाखों छात्राओं को सेल्फ डिफेंंस के ट्रेनिंग दे चुके हैं जिससे विशेषकर छात्राओं में अपनी सुरक्षा के प्रति काफी जागरुकता आई है और वे आगे बढक़र इस तकनीक को सीख रही हैं तथा आत्मविश्वास व आत्मनिर्भरता के साथ अपने मुकाम की ओर बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि आज के दौर में लड़कियों को सेल्फ-डिफेंस का प्रशिक्षण लेना बेहद जरूरी है ताकि किसी भी स्थिति से निपटने में उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो और वे बेखौफ होकर कहीं भी आ जा सकें। उन्होंने बताया कि जल्द ही अन्य स्कूलों में सेल्फ डिफेंस के नि:शुल्क शिविर आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने गणतंत्र दिवस पर घर-घर जाकर सेल्फ डिफेंस सिखाने का भी निर्णय लिया था। अब वे स्कूल, कॉलेज व घरों में जाकर लड़कियों व महिलाओं को नि:शुल्क सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दे रहे हैं। शिविर के दौरान बिमला देवी मुख्य अध्यापिका, ऊषा पीटीआई, सरोज संस्कृति शिक्षिका एवं सुजाता विज्ञान शिक्षिका उपस्थित रहीं।