ईश्वर के स्वर में डूबने का मार्ग है ब्रह्म-नाद ध्यान : आचार्या मां कल्पना

 


17 Sep 2023 

न्यूज़ नगरी 

हिसार (ब्यूरो)- ओशो सिद्धार्थ फाउंडेशन के तत्वाधान में ओशोधारा मैत्री संघ हिसार ने अपने कौशिक नगर स्थित साधना केंद्र में संडे ध्यान का कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें आचार्या मां कल्पना ने  ब्रम्ह-नाद ध्यान का सेशन लिया। उन्होंने बताया कि ब्रह्म नाद, शब्द नाद और अनहद नाद ये तीनों एक ही हैं। इनका अर्थ बिना चोट से निकली आवाज है। इसमें ओम शब्द की साधना की जाती है। इसके उच्चारण से न केवल हम अच्छा महसूस करते हैं बल्कि शारीरिक, मानसिक और दिमागी स्तर पर भी इसका लाभ मिलता है। नियमित करने से व्यक्ति सम्पूर्ण रूप से स्वस्थ रहता है। इस अवसर पर हरियाणा संघ के संयोजक आचार्य सुभाष विशेष रूप से उपस्थित रहे और उन्होंने ओशोधारा के कार्यक्रमों और उद्देश्यों पर चर्चा की। आज के इस कार्यक्रम में 100 से अधिक मित्रों और हिसार टीम सद्गुरु के सभी सदस्यों ने हिस्सा लिया। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर संघ ने उनकी लम्बी उम्र और स्वस्थ जीवन के लिये कामना की। ध्यान के बाद टीम सद्गुरु हिसार की बैठक हुई जिसमें  8 से 13 अक्टूबर को होने वाले 6 दिवसीय ध्यान व सुरति कार्यक्रम को सफल बनाने की चर्चा हुई। हिसार संघ के संयोजक आचार्य जयबीर ने बताया कि समर्थगुरु 11 अक्टूबर को हिसार आ रहे हैं और उसी दिन शाम को सब साधकों को नाद दीक्षा देंगे।

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