07 Nov 2024
न्यूज़ नगरी
हिसार(ब्यूरो)-अग्रसैन भवन ट्रस्ट के सहयोग से मेरठ से पधारे डॉ. गोपाल शास्त्री के सान्निध्य में अग्रसैन भवन में आयोजित स्वास्थ्य एवं अध्यात्म प्रयोगशाला के चतुर्थ दिवस सैंकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए डॉ. गोपाल शास्त्री ने कहा कि बाहर के विषयों से सुख की आशा छोडक़र जो स्व अर्थात अपने में स्थित हो जाता है, आत्मा के नजदीक चला जाता है, अपने स्वरुप का ज्ञान प्राप्त कर लेता है। ऐसे में बाहर की वस्तु और व्यक्तियों की चाह उनसे आनंद की आशा समाप्त हो जाती है। मनुष्य प्रकृति के नजदीक आकर उसके नियमों का पालन करते हुए अपने जीवन को प्रकृति और परमात्मा को समर्पित कर देगा, स्व को प्राप्त कर लेता है, यही स्वास्थ्य है। डॉ. विशाल शर्मा एवं प्रकल्प प्रमुख सत्यनारायण शर्मा एडवोकेट ने साधकों को कहा कि दवा में राहत है, रोग नाश तो शरीर स्वयं करता है। भोजन में वजन है परंतु शक्ति तो ध्यान व नींद से आती है। पुस्तकों में सूचना है, ज्ञान तो आत्मा से ही आता है। प्रकृति के कायदे में रहोगे तो प्रकृति सारे सुखों को प्रदान करेगी, बहुत फायदे में रहोगे और नियमों को तोड़ा तो दंडित कर देगी। सत्य को जानो, सभी दुखों से मुक्त को जाओगे।
प्रकल्प प्रधान सत्यनारायण शर्मा एडवोकेट ने बताया कि अग्रसैन भवन ट्रस्ट के प्रधान अंजनी कुमार खारियावाला ने डॉ. गोपाल शास्त्री का स्वागत किया। संस्था की ओर से अंजनी कुमार खारियावाला को बुक्के देकर व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर व्यवस्था प्रमुख सुनील मेहता, गुरुचरण लाल, दयानंद, राकेश जिंदल, शेर सिंह, पवन गोयल, गंगाधर बंसल, अतुल गुप्ता, सुमन, वर्षा आदि भी उपस्थित रहे। शिविर 9 नवम्बर तक चलेगा। 3 फोटो कैप्शन : स्वास्थ्य एवं अध्यात्म प्रयोगशाला में डॉ. गोपाल शास्त्री का स्वागत करते अग्रसैन भवन के प्रधान अंजनी कुमार खारियावाला, अंजनी कुमार खारियावाला को सम्मानित करते कार्यक्रम आयोजक।