09 SEP 2025
न्यूज़ नगरी
रिपोर्टर-काजल
हिसार-उपायुक्त अनीश यादव ने बताया कि जिले में हुए भारी बरसात तथा ड्रेन टूटने के कारण से विभिन्न क्षेत्रों में हुए जलभराव के मद्देनजर प्रभावित लोगों की मदद करते हुए स्थिति का आकलन किया जा रहा है। जिले के कई क्षेत्रों में फसल बर्बाद हुई है। अधिकारियों व कर्मचारियों की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। प्रभावित लोगों को भोजन, स्वच्छ पानी, दवाइयां और अन्य आवश्यक सामग्री प्रदान की जा रही है। मंगलवार को उपायुक्त ने जिले के गांव आर्यनगर में जलभराव निकासी प्रबंधों व लाडवा तथा दाहिमा के बीच टूटी हुई ड्रेन का निरीक्षण किया।
इस दौरान उपायुक्त को अवगत करवाया गया कि लगभग 250 मनरेगा श्रमिक ड्रेन को ठीक करने में लगे हुए हैं। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि तुरंत प्रभाव से अतिरिक्त लेबर लगाकर ड्रेन को सही किया जाए। उन्होंने सभी एसडीएम, तहसीलदार और संबंधित विभागों के अधिकारियों को फील्ड पर मौजूद राहत कार्यों की निगरानी करते और नुकसान का आंकलन करते हुए रिपोर्ट तैयार करने की हिदायत दी। प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की फसल खराबे के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला गया है। इस पोर्टल के माध्यम से किसान अपनी फसल को हुए नुकसान का पंजीकरण कर क्षतिपूर्ति का लाभ प्राप्त कर सकेंगे। प्रभावित किसान 15 सितंबर तक पोर्टल पर आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। अब तक जिले के 276 गांवों के 45 हजार 437 किसानों द्वारा लगभग 2 लाख 85 हजार 702 एकड़ भूमि में फसल नुकसान का पंजीकरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने आपात स्थिति में तुरंत मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 01662-231137 जारी किया है। इस नंबर पर कॉल करने पर तुरंत कंट्रोल रूम से सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। कंट्रोल रूम चौबीसों घंटे सक्रिय रहकर हर शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करेगा। उपायुक्त अनीश यादव ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों पर तुरंत संपर्क करें। जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि कोई भी प्रभावित परिवार राहत से वंचित नहीं रहेगा।
इस अवसर पर एसडीएम ज्योति मित्तल, भाजपा नेता संजीव गंगवा, गांव लाडवा के सरपंच रामफल, गांव दाहिमा के सरपंच दिनेश यादव सहित अन्य अधिकारी एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।