01 SEP 2025
न्यूज़ नगरी
रिपोर्टर-काजल
हिसार-उपायुक्त अनीश यादव ने सोमवार को जिले के विभिन्न गांवों में भारी बारिश के कारण उत्पन्न हुई जलभराव की स्थिति की अधिकारियों के साथ समीक्षा की। उन्होंने स्वयं मौके पर पहुंचकर कई क्षेत्रों का निरीक्षण किया। शाहपुर ड्रेन के टूटने के बाद सिंचाई विभाग द्वारा किए गए कार्यों का भी उन्होंने निरीक्षण किया। उपायुक्त ने गंगवा, शाहपुर, न्योली कलां, मात्रश्याम सहित अन्य गांवों में हुए नुकसान की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि खेतों और रिहायशी इलाकों से जल्द से जल्द जल निकासी की जाए। विशेष रूप से सिंचाई विभाग के अधिकारियों को घग्गर ड्रेन सहित ऐसी सभी ट्रेन के तटबंधों की निगरानी के निर्देश दिए गए, जिनमें क्षमता से अधिक पानी बह रहा है। जेसीबी व पोकलेन मशीनें, मिट्टी के कट्टे, लोहे की चद्दर, बल्लियां, बीटी पंप, जनरेटर इत्यादी की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था रखी जाए ताकि जरूरत पड़ने पर इसका प्रयोग में लाया जा सके। इसके अलावा विभागीय श्रमिकों के साथ-साथ मनरेगा श्रमिकों को भी जरूरत पड़ने पर तुरंत बुलाया जाए।
निरीक्षण दौरे के दौरान उपायुक्त अनीश यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां भी जलभराव की स्थिति गंभीर है, वहां अतिरिक्त पंपिंग सेट लगाकर तत्काल प्रभाव से पानी की निकासी सुनिश्चित की जाए, ताकि ग्रामीणों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। जल निकासी के कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए और सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें। उपायुक्त ने कहा कि अधिकारियों को प्रतिदिन कार्य की प्रगति की रिपोर्ट जिला मुख्यालय को भेजनी होगी। उन्होंने ग्रामीणों से भी बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनी और सुझाव लिए। इसके उपरांत अधिकारियों को जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान के लिए मध्यम व लंबी अवधि की योजनाएं तैयार कर मुख्यालय स्वीकृति के लिए भेजने की भी हिदायत दी।
राजस्व अधिकारियों को नुकसान के आकलन की दी हिदायत :
उपायुक्त अनीश यादव ने हाल ही में हुई बरसात व ड्रेन टूटने से जलभराव के कारण क्षतिग्रस्त हुई फसलों, आबादी क्षेत्र में हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार करने के लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। फसलों में हुए नुकसान के आकलन के बाद उसकी भरपाई के लिए पोर्टल खोला जाएगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल पिछले दिनों हुई बरसात के कारण से हुए फसली नुकसान के लिए अभी तक 79 गांवों के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल खुला हुआ है। सोमवार सायं तक कुछ और गांव क्षतिपूर्ति पोर्टल पर खराबे के पंजीकरण हेतु खोल दिए जाएंगे। अभी तक इस पोर्टल पर 9 हजार 722 किसानों द्वारा फसलों में हुए नुकसान को दर्ज करवाया गया है। 61 हजार 421 एकड़ से अधिक क्षेत्र में अब तक हुआ खराबा पोर्टल पर दर्ज किया जा चुका है।
इस अवसर पर एसडीएम ज्योति मित्तल, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सिंह, बीडीओ कीर्ति सिरोहीवाल सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।