24 SEP 2025
न्यूज़ नगरी
रिपोर्टर-काजल
हिसार-श्रीनृसिंह प्रह्लाद रामलीला दशहरा सभा, मुलतानी चौक की ओर से मुलतानी चौक पार्क में बड़े पर्दे पर चल रही रामलीला के दूसरे दिन दिखाया गया कि अयोध्या नगरी में राजा दशरथ की कौशल्या, कैकेयी और सुमित्रा नामक तीन पत्नियां थीं। सन्तान प्राप्ति हेतु अयोध्यापति दशरथ ने अपने गुरु वशिष्ठ की आज्ञा से पुत्रकामेष्टि यज्ञ करवाया, जिसे कि ऋंगी ऋषि ने सम्पन्न करवाया। भक्तिपूर्ण आहुतियां पाकर अग्निदेव प्रसन्न हुये और उन्होंने स्वयं प्रकट होकर राजा दशरथ को हविष्यपात्र (खीर, पायस) दिया जिसे उन्होंने अपनी तीनों पत्नियों में बांट दिया। खीर के सेवन के परिणाम स्वरुप कौशल्या के गर्भ से राम का, कैकेयी के गर्भ से भरत का तथा सुमित्रा के गर्भ से लक्ष्मण और शत्रुघ्न का जन्म हुआ। राजकुमारों के थोड़ा बड़े होने पर आश्रम की राक्षसों से रक्षा हेतु ऋषि विश्वामित्र राजा दशरथ से राम और लक्ष्मण को मांग कर अपने साथ ले गये। राम ने ताडक़ा और सुबाहु जैसे राक्षसों को मार डाला और मारीच को बिना फल वाले बाण से मार कर समुद्र के पार भेज दिया। उधर लक्ष्मण ने साहस दिखाते हुए राक्षसों की सारी सेना का संहार कर डाला। इस दौरान उपस्थित दर्शकों ने जय श्रीराम के जयकारे लगाकर माहौल को और भी भक्तिमय बना दिया। सभा के महासचिव ओमप्रकाश असीजा ने मंच संचालन किया।
सभा के प्रधान सुरेश कक्कड़ ने बताया कि रामलीला का शुभारंभ समाजसेवी रमेश आहुजा ने राम दरबार में आरती करके किया। सभा की ओर से उन्हें पटका पहनाकर व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। कोषाध्यक्ष भीमसैन नारंग ने बताया कि मुलतानी चौक पार्क में एक अक्तूबर तक बड़े पर्दे पर रामलीला दिखाई जाएगी। 27 सितम्बर को शहर में धूमधाम से राम बारात निकाली जाएगी। 2 अक्तूबर को सायं 5 बजे नई सब्जी मंडी में 77वां दशहरा महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। भव्य आतिशबाजी के साथ रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों का दहन किया जाएगा। आज की लीला के अवसर पर रामलीला सभा की ओर से जितेन्द्र भारती, ओमप्रकाश मलिक, हरीश पबरेजा, हरबंस मदान, राजकुमार बजाज, सुभाष कक्कड़, शुभम वलेचा, रवि आहुजा आदि उपस्थित रहे।