07 Feb 2022
अनिल यादव/न्यूज़ नगरी
भिवानी - चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय में कुलपति प्रोफेसर राजकुमार मित्तल एवं कुलसचिव ऋतु सिंह सहित सभी शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारियों ने भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी के निधन पर शोक जताया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजकुमार मित्तल ने कहा कि भारत रत्न, स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी का निधन एक राष्ट्रीय क्षति है। उनके निधन से संगीत जगत के एक युग का अंत हुआ है। उन्होंने भारतीय संस्कृति के अनुरूप और नैतिक मूल्यों और राष्ट्रभक्ति के अनुरूप अपने गानों की प्रस्तुति दी। उनका स्वर संपूर्ण विश्व में सदियों-सदियों तक गूंजेगा। लता मंगेशकर जी भारतीय संस्कृति एवं नैतिक मूल्यों की प्रतिमूर्ति थीं। प्रत्येक भारतीय नागरिक को भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी पर गर्व है और उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। विश्वविद्यालय की कुलसचिव ऋतु सिंह ने कहा कि उनका भारतीय संस्कृति और संगीत को आगे बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान रहा है। उनके गीत और उनके स्वर वर्षों से आज भी हमारे कानों में गूंज रहे हैं।उन्होंने इस प्रकार के गीत गाए जिससे हमारी संस्कृति को बढ़ावा मिला और हमारी शान ऊंची हुई। चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय के सभी शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय के प्रांगण में लता मंगेशकर जी को नमन किया और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि सभा का संचालन डॉ सुरेश मलिक ने किया श्रद्धांजलि सभा में विश्वविद्यालय के युवा कल्याण विभाग के विद्यार्थियों ने लता मंगेशकर जी के 'आवाज ही मेरी पहचान है' गीत गाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर डीन शैक्षणिक प्रोफेसर राधेश्याम, प्रोफेसर संजीव कुमार, डॉ सुरेश मलिक, डॉ आशा पूनिया, डॉ सुरेंद्र कौशिक, डॉ नितिन बंसल सहित अनेक शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारी उपस्थित थे।