23 Feb 2022
कमल/न्यूज़ नगरी
हिसार-इंडियन नेशनल लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता उमेद लोहान ने आज जारी बयान में कहा कि गठबंधन सरकार फसलों के मुआवजे के नाम पर मात्र औपचारिकता पूरी कर रही है और मुआवजे के आवंटन में भी किसानों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। बालसमंद व खेड़ी चौपटा के किसानों को अभी तक फसलों का मुआवजा नहीं मिला है जबकि बाकी लगभग सभी क्षेत्रों में किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है।
उमेद लोहान ने कहा कि सरकार ने फसलों के नुकसान का नाममात्र मुआवजा देकर ऊंट के मुंह में जीरा वाली कहावत को चरितार्थ किया है। गठबंधन सरकार ने कदम-कदम पर किसान विरोधी होने का परिचय दिया है। फसलों के भारी नुकसान से किसानों की स्थिति वैसे ही बदहाल है उस पर सरकार किसानों के साथ भेदभाव व उन्हें प्रताडि़त करके किसानों को और परेशानी में डाल रही है। उन्होंने कहा कि जब से यह सरकार आई है तब से किसानों के अच्छे दिन’ के बजाय बुरे दिन शुरू हो गए थे। भाजपा सरकार में देश के इतिहास का संभवत: सबसे लंबा किसान आंदोलन चलने का रिकॉर्ड भी इसी सरकार के शासनकाल में दर्ज हुआ है। अपनी हठधर्मिता व तानाशाही के चलते सरकार ने किसानों को कदम-कदम पर कुलचने का काम किया है लेकिन किसानों ने अपने संघर्ष की बदौलत अहंकारी सरकार को घुटने टेकने पर मजबूर किया। उमेद लोहान ने कहा कि पंजाब, यूपी सहित देश के अन्य राज्यों में हो रहे चुनावों में किसान आंदोलन सबसे बड़ा मुद्दा होगा और देश का किसान व आम जनता भाजपा को इन चुनावों में आइना दिखाने का काम करेंगे। इन राज्यों के चुनाव परिणाम से भाजपा सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों से भेदभाव बंद करके बालमसंद व खेड़ी चौपटा क्षेत्र के किसानों को तुरंत प्रभाव से फसलों का मुआवजा दे।