13 Feb 2022
न्यूज़ नगरी/डेस्क
रोहतक -नवीन जयहिन्द ने बीते रविवार को सेक्टर-6 रोहतक में 92 वर्ष की उम्र में अपने शरीर का त्याग करने वाली स्वर्गीय लता मंगेशकर जी की सत्रहवीं स्वरूप हवन का आयोजन कर गरीब घर की 92 कन्याओं को भोज कराया। जयहिन्द ने कहा कि लता जी जैसी महान आत्मा हजारो- लाखो सालो बाद जन्म लेती है। इसमे कोई संदेह नही है कि लता जी को स्वर्ग प्राप्त हुआ है। मैं कामना करता हूँ कि लता जी अगला जन्म भी हमारे बीच हो। मेरे व सभी देशवासियों के जीवन में स्वर्गीय लता मंगेशकर जी के देशभक्ति संगीतो का बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है। लता जी के संगीत ने सभी बच्चो,जवानों व बुजुर्ग को प्यार-प्रेम व देशभक्ति सिखाई है। लता जी अपने आप मे एक संघर्ष की मिसाल है और आजीवन ही उन्होंने देश की सेवा की है। लता जी के संगीत सुनकर हमे एक आत्मशांति व बहुत सुकून मिलता है।
उन्होंने बताया कि लता जी का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है। वे सभी संगीत साधको के लिए सदैव प्रेरणा थी। लता जी प्रखर देशभक्त थी। उनका जीवन अनेक उपलब्धियों से भरा रहा है। लता जी हमेशा ही अच्छे कामो के लिए हम सभी को प्रेरणा देती रही है। भारतीय संगीत में उनका योगदान अतुलनीय है। 30 हजार से ज्यादा गाने गाकर उनकी आवाज ने संगीत की दुनिया को सुरो से नवाज़ा। जयहिन्द ने कहा कि लता जी अमर है। जिस तरह इस दुनिया का अस्तित्व कभी खत्म नहीं होगा उसी प्रकार लता जी का भी इस दुनिया से कभी अस्तित्व खत्म नहीं होगा। इस आयोजन पर बिजेंद्र अत्री, प्रवीण मुदगिल, मदनलाल भारतीय, ओमबीर वर्मा, शोएब आलम, अनूप सन्धु व अन्य मौजूद रहे।