09 March 2022
न्यूज़ नगरी
हिसार(कमल) -पशु चिकित्सा जन स्वास्थ्य एंव जानपदिक रोग विज्ञान विभाग वी. पी. एच. ई. पशु विज्ञान महाविद्यालय, लुवास, हिसार की पीएच. डी. छात्रा डॉ. आस्था नागपाल की शोध कहानी को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डी. एस. टी.) भारत सरकार ले ऑगमेंटिंग राइटिंग स्किल्स फोर आर्टिकुलेटिंग रिसर्च (DST-AWSAR) अवार्ड-2021 के तहत सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय विज्ञान कहानियों में से एक चुना गया है। यह कार्यक्रम विज्ञान एवं प्रौधोगिकी विभाग (DST) भारत सरकार द्वारा आयोजित किया गया। इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का उदेश्य देशभर के शोधकर्ताओं के बीच विज्ञान संचार के कलात्मक अनुसंधान (AWSAR) के लिए लेखन कौशल को बढ़ाना है। इस पुरस्कार के तहत डॉ. आस्था नागपाल को प्रशस्ति पत्र और 10000 रूपये से सम्मानित किया जायेगा। डॉ. आस्था ने खाद्य सुरक्षा पर आधारित यह कहानी डॉ. नरेश जिन्दल, विभागाध्यक्ष के दिशा निर्देशन में प्रोफेसर डॉ. राजेश खुराना, डॉ. विजय जे. जाधव एवं डॉ. मनेष के मार्गदर्शन में लिखी थी। डॉ. नरेश जिन्दल, विभागाध्यक्ष वी. पी. एच. इ. ने डॉ. आस्था को इस उपलब्धि के लिए बधाइयां दी और खाद्य सुरक्षा की समस्याओं को मनुष्य-पशु-वातावरण अंतर चरण स्तर पर प्राथमिकता दिये जाने पर जोर दिया। डॉ. आस्था वर्तमान में मांस और मांस उत्पादों की खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में अपना शोध कार्य अपने सलाहकार डॉ. राजेश खुराना के मार्ग दर्शन में कर रही हैं। डॉ. प्रवीण गोयल, निदेशक अनुसंधान और डॉ. जे. बी. फोगाट, अधिष्ठाता स्नातकोत्तर अध्ययन ने डॉ. आस्था को बधाईयां दी और खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे शोध प्रयासों की सराहना की।माननीय कुलपति लुवास डॉ. विनोद कुमार वर्मा ने भी राष्ट्रीय स्तर की इस उपलब्धि हेतु डॉ. आस्था एवं उनके सलाहकार डॉ. राजेश खुराना व वी.पी.एच.ई. के अन्य वैज्ञानिकों को बधाईयां दी। डॉ. वर्मा ने भविष्य में भी इस तरह के राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शोधार्थियों को भाग लेने के लिए अपील की, जिससे लुवास में हो रहे विभिन्न शोध आम जनता व किसानों के बीच भी लोकप्रिय बन सकें।