21 Feb 2023
न्यूज़ नगरी
हिसार (ब्यूरो)-सिरसा रोड़ स्थित उत्तरी क्षेत्र कृषि मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान (टीटीसी केंद्र) में आयोजित तीन दिवसीय कृषि दर्शन किसान मेले का आज समापन हो गया। मेले के समापन पर प्रदर्शनी में लगी सभी स्टॉलों के संचालकों को टीटीसी के निदेशक डॉ मुकेश जैन ने शील्ड देकर पुरस्कृत किया। तीन दिनों में लगभग एक लाख से अधिक किसानों व आमजन ने भाग लेकर मेले में कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन किया व नई तथा आधुनिक जानकारियां ली। मेले में हरियाणा प्रदेश के अलावा आसपास के प्रदेशों से भी हजारों किसान आए।मेले में आज बड़ी संख्या में ग्रामीण छात्रों ने भाग लेकर प्रदर्शनी का दौरा किया व कृषि सम्बंधी जानकारी ली। इस बार महिलाओं ने भी कृषि मेले में अपनी रूचि दिखाई।
श्री अन्न के 100 से अधिक उत्पादों का निर्माण-
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, हैदराबाद द्वारा मेले में किसानों व आमजन को मिलेटस के द्वारा बनाए जाने वाले 100 से अधिक उत्पादों के बारे में बताया। आज के समय को देखते हुए हमें फास्ट फूड की बजाए स्लो फूड पर ध्यान देना चाहिए उसको मद्देनजर रखते हुए हम पिछले कई वर्षों से मिलेटस से बनने वाले उत्पादों को मार्किट में सरकारी रेटों पर ला रहे है। इसके लिए काफी कम्पनियां हमारे साथ जुड़ी हुई है। मिलेटस से बनने वाली इडली, डोसा, मैगी, कुरकुरे, मुरमरे, भूजिया, लड्डू, केक, बर्फी और भी ना जाने कई तरह के उत्पादों के बारे जानकारी दी।
मेले में प्रतियोगिताओं का आयोजन-
दम दिखाओं ईनाम पाओ, डांस प्रतियोगिता, पंजा प्रतियोगिता, कच्चा पापड़ पक्का पापड़ प्रतियोगिता और ना जाने कितनी ही तरह की अलग अलग कम्पनियों द्वारा किसानों व आमजन को लुभाने के लिए आयोजित की गई। बच्चें तो बच्चें बड़े भी प्रतियोगिताओं में शामिल हो अपना दमखम दिखा रहे थे। प्रतियोगिताओं का लोगों ने जमकर आनन्द लिया।
इस बार के मेले की खास बातें-
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा 63 अनुसूचित जनजाति के किसानों को लक्की ड्रा के जरिए दी ट्रैक्टर पर सब्सीडी।
ड्रॉन पायलट प्रशिक्षण प्रयोगशाला की स्थापना की और उससे प्रशिक्षत लोगों काम देने तथा ड्रोन पर सब्सिडी देने की घोषणा।
इंजन प्रयोगशाला की स्थापना जहाँ हो सकेगा हर प्रकार के कृषि यंत्रों के इंजन का प्रशिक्षण। देश ही नहीं विदेशों से भी कम्पनियां आती है।
मिलेटस का उत्पादन, प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन के लिए मशीनरी की पुस्तक का विमोचन। जिसमें मिलेट्स के फायदे और गुणवत्ता बढ़ाने तथा पैदावार कैसे बढ़ें हर प्रकार की जानकारी दी हुई है जो किसानों ही नहीं आमजन के लिए भी काफी किफायती है।
मिलेटस का उत्पादन, प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन के लिए मशीनरी पर राष्ट्रीय संगोष्ठि का आयोजन।
श्री अन्न (मिलेटस) को बढ़ावा देने के लिए पूरे मेले की थीम मिलट्स पर रही और किसानों को पैदावार बढ़ाने और कमाने के नए-नए संसाधनों के बारे में अवगत कराया।
भारतीय मार्किट में ईटली के अतिआधुनिक टै्रक्टर का उद्धाटन। किसानों जल्द मार्किट में मिलने लगेगा।
मोटरसाईकिल कम ट्रैक्टर जो खेती के हर छोटे बड़े काम में करेगा मदद और सडक़ों पर भी चला सकेगें।
श्री अन्न से बनने वाले उत्पादों जैसे कुरकुरे, चाऊमिन, पोहा, डोसा, पकौड़े, खीर आदि का स्वाद चखने को मिला।
कॉल्ड स्टोर भी चल सकेगा सोलर पर। किसान या लधु उधोगपतियों के लिए कम लागत में कॉल्ड स्टोर भी तैयार करवा सकते है।
एचएयू द्वारा प्रशिक्षित नेरश कुमार ने पहली बार बनाएं बाजरे के छ: किस्म के बिस्कुट। मीठा, नमकीन, गुड, काजू, बादाम आदि से बनाये बिस्कूटों का स्वाद लोगों ने चखा और नरेश ने बताया कि कृषि मेले के दौरान लोगो का मिला अच्छा रिसपोंस।
पंजाब के गुड ने बनाया लोगो का जायका। अजवैन, कालीमिर्च, दालचीनी, छोटी व बड़ी इलायची और सौंठ से बने गुड को जिसने भी चखा उसने ही उसकी तारीफ करी। हर प्रकार से सेहत के लिए फायदेमंद गुड से लोग रूबरू हुए।
एचएयू ने भी बाजरे से बने हुए उत्पादों को लोगो को चखाया।
हरियाणा के मशहुर गायकार सुरेंद्र रोमियों, राधिका मोर व सोनिका मोर के गानों पर झूमें किसान व आमजन।
किसान मेले में इस बार देश व विदेश से लगभग 270 कम्पनियों ने भाग लेकर अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि मेले में किसानों को सोलर ऊर्जा के फायदे और मिलने वाली सब्सिडी, पराली से होने वाली आय व पर्यावरण संरक्षण, खारे पानी से पैदावार, मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ाने की जानकारी, खेती समस्याओं की जानकारी व उनके समाधान, विशेष छूट व सब्सिडी का प्रावधान, कृषि सम्बंधित लोन की सुविधा, खेती मशीनरी की जानकारी, उन्नत बीज, कीटनाशक व उवर्रक की जानकारी, आधुनिक व नई तकनीक वाले कृषि यंत्रों की जानकारी के अलावा इरीगेशन, ग्रीन हाऊस, पम्प व पाईप तकनीक की जानकारी भी उपलब्ध करवाई गई। किसान कैसे कम लागत में कम भूमि पर अधिक पैदावार करें, इस बारे में नई तकनीकों से रूबरू करवाया गया। आने वाले किसानों ने प्रदर्शनी में पूरी रूचि ली। निदेशक डॉ मुकेश जैन ने कहा कि कृषि प्रदर्शनी के जरिये किसानों के लिए आधुनिक व नई तकनीकें लाना कृषि दर्शन किसान मेले का मुख्य उद्देश्य था, जोकि सफल रहा।