03 August 2023
न्यूज़ नगरी
हिसार -हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जयप्रकाश दलाल ने कहा कि परम्परागत खेती को त्याग कर किसान यदि बागवानी, पशुपालन व अन्य संबद्ध व्यवसाय करें, तो वे कम लागत पर अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। बहुत से प्रगतिशील किसान ऐसे हैं जिन्होंने गेहूं व धान की बजाएं अन्य संबद्ध व्यवसाय के माध्यम से खूब आर्थिक मुनाफा कमाकर हमारे सामने उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। सरकार द्वारा ऐसे किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए कई प्रकार की विशेष योजनाएं लागू की गई है।
वे जीजेयू के सभागार में भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा आयोजित प्रोग्रेसिव फार्मर्स सम्मिट को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा भी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि धान की फसल को कम करके पानी की बचत की जा सके। किसानों की जोत दिनों-दिन कम होती जा रही है, ऐसे में किसान पशुपालन तथा बागवानी से अच्छा मुनाफा ले सकते हैं। उन्होंने किसानों को जागरूक करने के भारतीय उद्योग परिसंघ के प्रयासों की सराहना की। कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार ने कृषि विभाग के बजट को 800 करोड़ से बढ़ाकर 4 हजार करोड़ करने कार्य किया हैं।।
इसी तरह पशुपालन विभाग सहित अन्य विभागों के बजट में पांच गुणा बढ़ोतरी करने का काम किया है। प्रदेश में अभी 2 हजार किसान झींगा पालन कर रहे हैं, आगामी दो सालों में यह 10 हजार करने का टारगेट है। खारे पानी में झींगा पालन कर किसान अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की तरफ से गन्नौर में 550 एकड़ में देश की सबसे बड़ी मंडी बनाई जा रही है। इस मंडी में लगभग 40 हजार करोड़ का सालाना व्यवसाय होगा। इस मंडी से उतर भारत के व्यापारियों को फायदा होगा। कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में सरकार किसानों के हित की योजनाओं को अमलीजामा पहनाने का काम कर रही है। इस सरकार ने कृषि विभाग के बजट को 800 करोड़ से बढ़ाकर 4 हजार करोड़ करने कार्य किया। इसी तरह पशुपालन विभाग सहित अन्य विभागों के बजट में पांच गुणा बढ़ोतरी करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि
लाला लाजपतराय पशुचिकित्सा एवं पशुविज्ञान विश्वविद्यालय को अच्छी नस्ल की एक हजार बछड़ियां तैयार करने का लक्ष्य दिया गया है, जिनकी दूध क्षमता 20 लीटर प्रतिदिन अवश्य हो। ब्राजील में गुजरात से गिर नस्ल की गाय ले जाई गई थी, वहां उन्होंने इस नस्ल से अपनी नस्ल तैयार की, जो 55 लीटर दूध प्रतिदिन की क्षमता रखती है। इसमें 90 से 95 प्रतिशत खूबी गिर नस्ल की ही है। इस तरह नस्ल सुधार का काम करने की जरुरत है। कार्यक्रम में कृषि उपनिदेशक डा. विनोद फोगाट, एचएयू से बलवान मंडल आदि उपस्थित थे।