30 August 2023
न्यूज़ नगरी
हिसार (काजल )-इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों के बीच नवाचार और उद्यम की संस्कृति को बढ़ावा देना था। प्रसिद्ध उद्यमी गुरसौरभ ने व्यवसाय की दुनिया में अमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की, छात्रों को उनके उद्यमशीलता के सपनों को साकार करने के लिए एक रोडमैप प्रदान किया। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए डॉक्टर दीपमाला लोहान ने कहा कि यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के हित में आयोजित किया है और उन्होंने आगे भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की । डॉक्टर लोहान ने छात्रों के भविष्य को आकार देने में ऐसे कार्यक्रमों के महत्व को रेखांकित किया। डॉ. लोहान ने अवसरों का लाभ उठाने के महत्व और बाधाओं पर काबू पाने में दृढ़ संकल्प की भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि बहाने केवल किसी की क्षमता को सीमित करते हैं। उन्होंने कहा कि राजकीय महाविद्यालय, हिसार उद्यमिता को बढ़ावा देने और छात्रों को व्यवसाय जगत में सफल होने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। डॉक्टर रमेश आर्य ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को अपना उद्देश्य निश्चित करके जीवन में आगे बढ़ना चाहिए और कहा कि एक उच्चकोटि का संकल्प ही काफी है जीवन को उज्ज्वल बनाने के लिए। आर्य ने आगे कहा कि आज ज्ञान पर आधारित विश्वस्तरीय प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्था के सेवा और व्यवसाय के दोनों क्षेत्रों में प्रभावपूर्ण ढंग से, कार्यकुशलता, पूर्णता व उत्कृष्टता के साथ निष्पादन करने की अवश्यकता है। विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए श्री योगेश्वर कुमार यादव सब रीजनल एंप्लॉयमेंट ऑफीसर हरियाणा ने कहां कि इस कार्यक्रम ने छात्र-छात्राओं के लिए अनुभवी पेशेवरों के साथ जुड़ने, नवाचार, रचनात्मकता और विकास के माहौल को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे दुनिया विकसित हो रही है, इस तरह के आयोजन विद्यार्थियों को प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में सीखने, अनुकूलन करने और आगे बढ़ने का मौका देते हैं। कार्यक्रम के अंत में स्टार्टअप इनक्यूबेटर सेंटर के केंद्र प्रमुख श्री धर्मवीर सिंह ने सभी मेहमानों का धन्यवाद किया और उभरते उद्यमियों को विकसित करने में स्टार्टअप इनक्यूबेटर सेंटर की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। धर्मवीर सिंह ने स्टार्टअप इनक्यूबेटर सेंटर द्वारा छात्रों को प्रदान किए जाने वाले व्यापक समर्थन के बारे में विस्तार से बताया, जिसमें सलाह और नेटवर्किंग के अवसरों से लेकर वित्तीय सहायता तक शामिल है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे यह सहायता प्रणाली युवा दिमागों को उनके नवीन विचारों को सफल उद्यमों में बदलने में और सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
कार्यक्रम का समापन छात्रों द्वारा अपनी उद्यमशीलता यात्रा शुरू करने के लिए प्रेरित और नए ज्ञान से सुसज्जित होने के साथ हुआ। कर्यक्रम में डॉ. सत्यपाल सिंह, प्रोफेसर भावना, डॉ. नेहा बिश्नोई, डॉक्टर संजीव गर्ग, डॉ. महेंद्र सिंह, प्रोफ़ेसर कपिल, प्रोफेसर राजेश पुनिया, प्रोफेसर सुमन, प्रोफेसर पुष्पा, प्रोफेसर अंजू, प्रोफेसर मंजू, प्रोफेसर इंद्रपाल, सेंटर मैनेजर मनजीत दुहन, विकास शर्मा, प्रवीन जांगड़ा, अमित सिंहमार, रमन सिंह और अंकित शामिल रहे ।