न्यूज़ नगरी
15 Feb 2025
हिसार (ब्यूरो)- 15 फरवरी से 17 फरवरी तक एफएमटीटीसी, हिसार में आयोजित तीन दिवसीय कृषि एक्सपो के दौरान, दक्षिण भारत के मुरुगप्पा समूह की एक ईवी ओईएम ब्रांड, मोंट्रा इलेक्ट्रिक ने अपने मोंट्रा इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर का उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी द्वारा किया। कृषि प्रदर्शनी के माध्यम से हरियाणा को पहला बैटरी से चलने वाला ट्रैक्टर मिला है। सरकार ने इस ट्रैक्टर पर ईवी- नीति के तहत पहले 1000 ट्रैक्टरों के बिकने और पंजीकृत होने पर 50% (5 लाख रुपये तक) की सब्सिडी भी प्रदान की है। श्री के. हरिचंद्र प्रसाद गरु, सीईओ, मोंट्रा इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर डिवीजन ने अपने प्रतिनिधि के माध्यम से संदेश दिया, “मोंट्रा इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर भारत में इलेक्ट्रिक कृषि ट्रैक्टरों के पहले भारतीय ओईएम हैं। यह टीआई क्लीन मोबिलिटी, टीआईआई की एक डिवीजन, और 124 वर्षीय मुरुगप्पा समूह का हिस्सा है जो कृषि, इंजीनियरिंग और वित्त में ग्राहकों की सेवा कर रहा है। मोंट्रा इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर किसानों को पूरे देश में नवाचारी और टिकाऊ समाधान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम हरियाणा में मोंट्रा इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर लाने के लिए बहुत उत्साहित हैं। हमारा लक्ष्य तकनीक के माध्यम से किसानों को सशक्त बनाना है जो उत्पादकता में वृद्धि, कुल परिचालन लागत में बचत और उनके पर्यावरणीय प्रभाव को कम करता है। हमें विश्वास है कि ई-27 राज्य में कृषि क्षेत्र के लिए एक गेम-चेंजर होगा।”
मोंट्रा इलेक्ट्रिक ई-27 की प्रमुख विशेषताएं:
27 एचपी के समकक्ष ट्रैक्टर जो किसानों की जरूरतों को 21-35 एचपी श्रेणी के तहत पूरा करता है। बैटरी क्षमता 23 केडब्ल्यू और पूरी तरह से चार्ज होने में लगभग 4 घंटे लगते हैं। आवेदन के आधार पर 4-6 घंटे काम करता है। डीजल ट्रैक्टर की तुलना में 70%-80% परिचालन लागत में बचत 27 एचपी श्रेणी के तहत सभी प्रकार के कृषि उपकरणों के साथ संगत। सभी प्रकार के कृषि कार्य करने में सक्षम , हॉलाज में 5 टन तक वजन खींच सकता है
मोंट्रा ई-ट्रैक्टर के प्रमुख लाभ और फायदे:
कम परिचालन लागत: पारंपरिक डीजल ट्रैक्टरों की तुलना में कम ईंधन और रखरखाव खर्च। डीजल ट्रैक्टर की तुलना में 70%-80% तक बचत • उच्च दक्षता: उन्नत इलेक्ट्रिक ड्राइवट्रेन तकनीक के साथ उत्पादकता में वृद्धि • पर्यावरण के अनुकूल: शून्य टेलपाइप उत्सर्जन, कार्बन फुटप्रिंट को महत्वपूर्ण रूप से कम करता है • बेहतर किसान स्वास्थ्य: हानिकारक डीजल उत्सर्जन के कम संपर्क से बेहतर कार्य स्थितियाँ • उन्नत कृषि यंत्रीकरण: आधुनिक और टिकाऊ कृषि प्रथाओं को सक्षम करना • कम शोर प्रदूषण: शांत संचालन, स्थानीय समुदायों को कम से कम असुविधा होती है • आसान रखरखाव: सरल रखरखाव आवश्यकताएँ, डाउनटाइम को कम करना और उत्पादकता में वृद्धि।