22 Apr 2025
न्यूज़ नगरी
रिपोर्टर-काजल
हिसार-क्षेत्र की गौशालाओं में इन दिनों बजट के अभाव में गायों के लिए तूड़ी का स्टॉक नहीं हो पा रहा है। ऐसे में आने वाले दिनों में गौशालाओं में गौवंश के लिए चारे का संकट खड़ा हो सकता है। ऐसे में क्षेत्र के गौसेवकों ने प्रदेश सरकार से गौशालाओं को तूड़ी का स्टॉक करने के लिए बजट अलाट करने की मांग की है। गेहूं के सीजन को देखते हुए अगर सरकार जल्द बजट जारी करती है तो गौशालाएं तूड़ी के स्टॉक को पूरा कर सकती है।
गौसेवक मुकेश प्रजापति ने कहा कि इन दिनों खेतों में गेहूं निकालने का काम लगभग पूरा होने को है लेकिन क्षेत्र की अनेक गौशालाओं में अभी तक तूड़ी का पर्याप्त स्टॉक नहीं हो पाया है। गेहूं के सीजन में गौशाला प्रबंधक पूरे साल के लिए गौवंश के चारे के लिए तूड़ी का स्टॉक कर लेते हैं। काफी संख्या में किसान हर साल गौशालाओं में तूड़ी का दान भी करते हैं लेकिन इसके बावजूद गौशालाओं में पूरे साल चारे का संकट न हो, इसके लिए गौशालाएं स्वयं भी अपने स्तर पर काफी मात्रा में तूड़ी की खरीद करती है लेकिन इस साल सरकार द्वारा अब तक बजट जारी न करने से गौशालाओं के सामने बजट का संकट खड़ा हो गया है। सरकार से आर्थिक मदद न मिलने के कारण गौशालाएं तूड़ी की खरीद नहीं कर पा रही है। गौसेवक मुकेश प्रजापति ने कहा कि अगर सरकार तुरंत गौशालाओं को बजट जारी नहीं करती है तो गौशालाओं में गौवंश को रखना मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में अगर गौवंश सडक़ों पर आता है तो उससे सडक़ हादसे होने का डर बना रहेगा। उन्होंने कहा कि गौसेवक स्वयं भी अपने स्तर पर गौशालाओं की आर्थिक मदद कर रहे हैं लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। ऐसे में सरकार गौशालाओं में आर्थिक तंगी को देखते हुए बजट जारी करे ताकि गौशालाओं में पूरे साल के लिए तूड़ी का भंडारण किया जा सके और गौवंश की अच्छे ढंग से सेवा की जा सके। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की है कि पूरे देश के अंदर गौ माता के लिए तूड़ी के लिए स्पेशल बजट जारी करें।