01 AUG 2025
न्यूज़ नगरी
रिपोर्टर-काजल
हिसार-अखिल भारतीय किसान सभा तहसील कमेटी आदमपुर का सम्मेलन अनिल बैन्दा, मांगेराम गोदारा व रघुबीर सिहं मडेरना की संयुक्त अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। संचालन कपूर सिंह बगला व सतबीर सिंह धायल ने किया। सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह नंबरदार ने कहा कि अखिल भारतीय किसान सभा हर रोज किसानों की समस्याओं के लिए संघर्ष कर रही है, इसलिए हर किसान को किसान सभा से जुडक़र किसानों की लड़ाई को तेज करना चाहिए। सम्मेलन मे 3 साल की गतिविधियों आंदोलनात्मक व सांगठनिक रिपोर्ट सतबीर सिंह धायल ने प्रस्तुत की। प्रतिनिधियों ने रिपोर्ट पर बहस में हिस्सा लिया और अपने सुझावों को रिपोर्ट में शामिल करवाया।
सम्मेलन में राज्य उपाध्यक्ष दिनेश सिवाच ने फिलिस्तीन के गाजापट्टी में इजराईल व अमेरिका द्वारा किये जा रहे नरसंहार की कड़ी निन्दा की व समाजवादी देश क्युबा की अमेरिका द्वारा आर्थिक घेराबंदी की कड़ी आलोचना करते हुए क्युबा एकजुटता फंड में किसानों से ज्यादा से ज्यादा योगदान करने की अपील की जिसे किसानों ने हाथों हाथ लिया। किसान सभा के राज्य महासचिव सुमित दलाल ने कहा कि किसान सभा एक करोड़ 54 लाख सदस्यता वाला किसानों का सबसे बड़ा किसान संगठन है, जिसका इतिहास अपने स्थापना वर्ष 1936 से आजादी के आन्दोलन व किसानों की मागों को लेकर लडऩे का गौरवशाली इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर बिजली का निजीकरण करने का हथकंडा है, जिसे किसान सभा और संयुक्त मोर्चा कभी नहीं होने देगा। सम्मेलन में 15 सदस्सीय तहसील कमेटी का चुनाव किया गया जिसमें कपूर सिंह बगला को प्रधान, सतबीर सिंह धायल सचिव, रघुबीर सिंह मडेरना कोषाध्यक्ष, मांगेराम गोदारा, गुलाब सिंह पूनिया उपाध्यक्ष, सतपाल श्योराण, जगदीश पूनिया सह सचिव व सन्दीप बैनीवाल, राजेन्द्र सहारण, धर्मसिह बैनीवाल, बृजलाल किड़ोलिया, सेवा सिंह चाहर, राजेश सहारण, अशोक सिवर व रिछपाल जाखड़ को कमेटी का सदस्य चुना गया।
किसान सम्मेलन में 2 प्रस्ताव पारित किए
पहले प्रस्ताव में 18 जुलाई को तहसीदार के माध्यम से शासन प्रशासन को जो 19 सूत्रीय दिये गये ज्ञापन पर कारवाई नहीं हुई तो किसान बड़ा आन्दोलन करेंगे। दूसरा चौधरीवाली गांव में पकड़ी गई नकली डीएपी खाद इफको का मार्का वाला कट्टा, वजन में एक कट्टा 58 किलो से ज्यादा में कारवाई नहीं हुई तो किसान सभा, संयुक्त किसान मोर्चा के साथ मिलकर प्रशासन और शासन के खिलाफ आंदोलन करेगी।