20 SEP 2025
न्यूज़ नगरी
रिपोर्टर-काजल
हिसार-1947 के विकसित भारत- आत्मनिर्भर भारत के सपने को हर भारतीय ने अपने दिल और दिमाग से आत्मसात किया हुआ है लेकिन यह सपना तभी पूरा होगा जब देश का युवा स्वदेशी वस्तुओं के बारे में जागरूक होगा। युवाओं की सक्रियता से ही स्वदेशी आंदोलन सफल होगा। ये विचार भारत विकास परिषद के अध्यक्ष डॉ. रमेश आर्य ने स्मॉल वंडर स्कूल में स्वदेशी संकल्प यात्रा का स्वागत करते हुए प्रस्तुत किये और सभी छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि घर में आने वाले हर सामान के बारे में ध्यान रखें। डॉक्टर आर्य ने एक बेटी का उदाहरण दिया और कहा कि जब बेटी ने अपने पिताजी से पूछा कि क्या सारा सामान स्वदेशी है? तब से ही उनके घर के लिए केवल स्वदेशी वस्तुओं की ही खरीददारी की जाती है। डॉक्टर आर्य ने आगे कहा कि सामान की ऑनलाइन खरीद में सभी विद्यार्थियों को और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। हम पहले यह देखें कि सामान बेचने वाली कंपनी भारत की कंपनी है या नहीं। भारत की कंपनी का सामान ही ऑनलाइन खरीदें। डॉक्टर आर्य ने स्मॉल वंडर स्कूल के निदेशक श्री विनोद अरोड़ा जी का विशेष रूप से आभार प्रकट किया और श्री अनिल गोयल जी के मार्ग निर्देशन में स्वदेशी संकल्प यात्रा में शामिल हुए श्रीमती मोना जैन, श्रीमती रिचा जांगड़ा, श्रीमती आशा शर्मा, मिस्टर अनिल कौशिक, मिस्टर अभिषेक, मिस्टर श्याम, मिस्टर नरेश सहित सभी गणमान्य व्यक्तियों का धन्यवाद किया और कहा कि उनका मिशन अवश्य सफल होगा। इस अवसर पर डॉ. सतीश वर्मा, क्षेत्रीय संयोजक पर्यावरण, भारत विकास परिषद, श्री रीशाल सिंह, डॉक्टर गिरिराज जी, सूबेदार धर्मवीर समेत विद्यालय के सभी शिक्षकगण व विद्यार्थी उपस्थित रहे। सभी छात्र-छात्राओं ने स्वदेशी के सुंदर नारों से स्मॉल वंडर स्कूल के परिसर को गुंजायमान कर दिया तथा विद्यार्थियों ने स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने का संकल्प भी लिया।